ज़िंदगी ये नहीं है किसी के लिए, ज़िंदगी है नबी की, नबी के लिए । सुलह कुल्ली नबी का नही सुन्नियो, सुन्नी मुस्लिम है सच्चा नबी के लिए (हुज़ूर ताजुश्शरिआह अलैहिर्रहमा )
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