इस्लाम से मुसलमाँ को प्यार नहीं है
इस्लाम से मुसलमाँ को प्यार नहीं है
फिर ऐसे मुसलमाँ की तो दरकार नहीं है
दीन की हिफ़ाज़त तो है वादा खुदा का
खतरे में मुसलमान है, इस्लाम नहीं है
इस्लाम है खतरे में जो नारा लगाते हैं
हर दम जो बात बात में चिंता जताते हैं
अमल में ईनके अल्लाह का पैग़ाम नहीं है
खतरे में मुसलमान है, इस्लाम नहीं है
इस्लाम सदा से है, कयामत तक रहेगा
अल्लाह निगेहबान है और आगे भी रहेगा
इस्लाम सच है, हक़ पे मुसलमान नहीं है
खतरे में मुसलमान है इस्लाम नहीं है
इस्लाम अमन है, हे अल्लाह को प्यारा
पैग़ाम ए मुहब्बत को ज़मीं पर हैे उतारा
इस बात से किसी को इनकार नहीं है
खतरे में मुसलमान है, इस्लाम नहीं है
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